दिल्ली की ठंड पर सरकार का सख्त संदेश: कोई बेघर खुले आसमान के नीचे नहीं सोएगा
सरकार ने 200 से अधिक अस्थायी रैन बसेरों में बिस्तर, गर्म कंबल, भोजन, स्वच्छ पानी, सफाई, हीटर और सुरक्षा जैसी सुविधाओं को सुनिश्चित किया है। महिलाओं के लिए अलग रैन बसेरों में गोपनीयता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है।
ठंड में फंसे लोगों तक तुरंत मदद पहुँचाने के लिए रेस्क्यू टीम पूरी तरह सतर्क रहेगी। मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि जरूरतमंद को तुरंत रैन बसेरे तक पहुँचाया जाए।
हालांकि सामाजिक कार्यकर्ता भावेश पिपलिया ने आरोप लगाया कि हाल ही में 21 जगहों पर 50 लोग खुले आसमान के नीचे सोते मिले और पिछले कुछ दिनों में 10 से अधिक बेघर लोगों की मौत ठंड के कारण हुई हो सकती है।
इस पर मंत्री आशीष सूद ने तुरंत जांच के आदेश दिए और चेताया कि किसी भी अधिकारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया कि ठंड में कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे नहीं सोएगा और रैन बसेरों की व्यवस्थाओं को लगातार सुधारकर मदद समय पर पहुंचाई जाएगी।

