8 दिसंबर 2011 को इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम ने 418/5 रन बनाकर शानदार जीत हासिल की। इस पारी में रन रेट 8.36 रहा और भारतीय बल्लेबाजों की तेज और आक्रामक सोच का प्रदर्शन हुआ। इसी तरह, 15 दिसंबर 2009 को राजकोट में श्रीलंका के खिलाफ 414/7 रन की पारी ने टीम की गहराई वाली बल्लेबाजी और बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता दिखाई।
2007 वर्ल्ड कप में पोर्ट ऑफ स्पेन में बरमूडा के खिलाफ भारत ने 413/5 रन बनाकर मुकाबला पूरी तरह एकतरफा कर दिया। इस पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने हर दिशा में चौके-छक्कों की बरसात की और अपनी आक्रामक शैली को पूरी दुनिया के सामने दिखाया। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में बेंगलुरु में नीदरलैंड्स के खिलाफ 410/4 रन बनाकर टीम ने घरेलू दर्शकों के सामने अपनी दबदबे वाली छवि और मजबूत की।
10 दिसंबर 2022 को चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ 409/8 रन बनाकर भारतीय बल्लेबाजों ने विदेशी धरती पर भी अपनी परिपक्वता और आक्रामक रणनीति का प्रदर्शन किया। ये ऐतिहासिक पारियां साबित करती हैं कि टीम इंडिया की बल्लेबाजी हमेशा विरोधियों के लिए चुनौती बनी रहती है और बड़े स्कोर बनाने में उसकी विश्वस्तरीय क्षमता को दर्शाती हैं।

