इस मैच की सबसे बड़ी उपलब्धि हार्दिक पंड्या के नाम रही। हार्दिक टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 1000 से ज्यादा रन बनाने और 100 विकेट लेने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए। उन्होंने यह ऐतिहासिक उपलब्धि 1939 रन और 100 विकेट के साथ हासिल की। खास बात यह है कि हार्दिक इस क्लब में शामिल होने वाले पहले फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर भी हैं। उनसे पहले इस सूची में केवल शाकिब अल हसन, मोहम्मद नबी और सिकंदर रजा जैसे स्पिन ऑलराउंडर शामिल थे। इसके अलावा हार्दिक भारत के लिए टी-20 इंटरनेशनल में 100 विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज भी बन गए, उनसे पहले यह कारनामा जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह कर चुके हैं।
मैच में शुभमन गिल ने भी एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। गिल ने 28 रनों की पारी खेलते हुए साल 2025 में तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और टी-20) में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बनने का गौरव हासिल किया। उनके कुल रन 1764 हो गए हैं, जिससे उन्होंने वेस्टइंडीज के शाई होप 1753 रन को पीछे छोड़ दिया। गिल ने यह मुकाम अपनी पारी का 18वां रन बनाते ही हासिल कर लिया। ओपनिंग में अभिषेक शर्मा ने एक बार फिर आक्रामक अंदाज दिखाया। उन्होंने टी-20 इंटरनेशनल में तीसरी बार पारी की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ा। इसके साथ ही वह ऐसा करने वाले इकलौते भारतीय बल्लेबाज बन गए। इससे पहले रोहित शर्मा, संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल यह उपलब्धि एक-एक बार हासिल कर चुके हैं।
गेंदबाजी में वरुण चक्रवर्ती ने भी खास उपलब्धि दर्ज की। उन्होंने सिर्फ 30 पारियों में अपने 50 टी-20 इंटरनेशनल विकेट पूरे किए और इस मामले में भारत के दूसरे सबसे तेज गेंदबाज बन गए। उनसे आगे केवल कुलदीप यादव हैं, जिन्होंने 29 पारियों में यह आंकड़ा छुआ था। गेंदों के लिहाज से भी वरुण का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने 672 गेंदों में 50 विकेट पूरे कर लिए और इमरान ताहिर तथा राशिद खान जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया। अर्शदीप सिंह ने भी एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। वे टी-20 इंटरनेशनल के पावरप्ले ओवरों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए। उन्होंने शुरुआती छह ओवरों में अब तक 48 विकेट चटकाए हैं और भुवनेश्वर कुमार को पीछे छोड़ दिया।
मैच के दौरान कई रोचक मोमेंट्स देखने को मिले। अर्शदीप सिंह ने पहले ही ओवर में रीजा हेंड्रिक्स को DRS के जरिए आउट कर भारत को शुरुआती सफलता दिलाई। वहीं 15वें ओवर में ऐडन मार्करम को जीवनदान मिला, जब हर्षित राणा उनका कैच नहीं पकड़ सके। इसके बावजूद मार्करम ने 18वें ओवर में छक्का जड़कर अपनी फिफ्टी पूरी की। साउथ अफ्रीका के लिए यह मैच निराशाजनक रहा। क्विंटन डी कॉक टी-20 इंटरनेशनल में नौवीं बार शून्य पर आउट हुए, जो उनके करियर का एक नकारात्मक रिकॉर्ड है। कुल मिलाकर यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए रिकॉर्ड्स और आत्मविश्वास से भरा रहा। बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग-तीनों विभागों में भारत ने साउथ अफ्रीका पर पूरी तरह दबदबा बनाए रखा और सीरीज में अपनी मजबूती साबित की।

