इसी तरहब्लूम चौक का नाम बदलकर राजनारायण गुप्ता मार्ग रखा गया है। मिस्टर ब्लूमजो एक इंजीनियर थेशहर की कई सड़कों के नक्शे तैयार करने के लिए प्रसिद्ध थे। अब इस मार्ग का नाम स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी राजनारायण गुप्ता के नाम पर रखा गया हैजो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भागीदार रहे थे।नेपियर टाउनजो पहले एलन बर्टर नेपियर के नाम पर थाअब ओशो साधना पथ के रूप में पहचाना जाएगा। ओशोजिन्हें आचार्य रजनीश के नाम से भी जाना जाता हैभारतीय ध्यान और योग के महान गुरु रहे हैं। उनका योगदान न केवल भारत मेंबल्कि दुनियाभर में महसूस किया गया है।
यह मुहिम सिर्फ शहर के नामों को बदलने तक सीमित नहीं हैबल्कि यह उन मूल्यों को भी आगे बढ़ाने का प्रयास हैजो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े हुए हैं। इस बदलाव से स्थानीय लोगों में गर्व और सम्मान की भावना पैदा हो रही हैक्योंकि अब वे उन स्थानों को ऐसे नामों से संबोधित कर सकते हैं जो स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय संस्कृति से जुड़े हुए हैं।आखिरकारयह मुहिम जबलपुर को एक नई पहचान देने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो रही हैजो इतिहास और संस्कृति को सम्मान देती है।

